नवग्रहों में शनि ग्रह का विशेष स्थान है। उन्हें न्याय और कर्म का देवता करार दिया जाता है। उनकी गति काफी धीमी है, इसलिए उनकी ग्रह दशा, अंतर्दशा, साढ़ेसाती या फिर ढैय्या लोगों को काफी समय तक प्रभावित करती है। इसलिए राशि विशेष के लोग उनके आने का नाम सुनते ही दहल उठते हैं और भयभीत हो जाते हैं। बता दें कि जिन लोगों पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही हो, उनको नीचे बताए हुए कुछ काम शनि की साढ़ेसाती अथवा ढैय्या के दौरान नहीं करना चाहिए, अन्यथा ग्रह पीड़ा जनित परेशानी बढ़ेगी।
लोक मान्यता है कि लोगों के 22 वर्ष 6 माह तक निरंतर किये गए सही या गलत कार्यों का कर्मफल शनिदेव राशि विशेष में गोचर करने से ढाई वर्ष पहले से देना शुरू करते हैं और ढाई वर्ष तक राशि विशेष से गुजरने के बाद अतिरिक्त ढाई वर्ष तक प्रदान करते रहते हैं। इस अवधि में वह तीन राशियों से गुजरते हैं, जो साढ़े सात वर्ष की अवधि वाली साढ़ेसाती कही जाती है। इनकी ढैय्या ढाई वर्ष की होती है। इनकी महादशा 19 साल की होती है, जबकि अंतर्दशा में ये लगभग 3 साल तक व्यक्ति विशेष के जीवन को प्रभावित करते रहते हैं।
कहा जाता है कि शनि की टेढ़ी नजर व्यक्ति विशेष का जीवन बर्बाद कर देती है। इसलिए जिन राशियों के जातकों पर साढ़े साती या ढैय्या चल रही हो, उन्हें आर्थिक, शारीरिक और मानसिक कष्ट झेलने पड़ते हैं। इससे उनके व्यक्तिगत रिश्तों और मान-प्रतिष्ठा पर भी बुरा असर पड़ता है। इसलिए शनि की साढ़े साती और ढैय्या का नाम सुनते ही लोगों के जेहन में एक भयानक डर का भाव खुद ब खुद आ जाता है। इसलिए व्यक्ति विशेष को अपने कर्म सुधार लेने चाहिए, ताकि शनिदेव के कोप से वह बच सके।
आपको पता होना चाहिए कि इस समय शनिदेव अपनी स्वराशि मकर में हैं और अगले महीने यानी 17 जनवरी 2023 को शनिदेव अपनी स्वराशि कुंभ में प्रवेश करेंगे। उनके ऐसा करते ही मकर, कुंभ और मीन राशि पर साढ़े साती रहेगी। जबकि, कर्क और वृश्चिक राशि वाले शनि की ढैय्या की चपेट में आ जाएंगे। इसके चलते कुछ राशियों पर से साढ़े साती और ढैय्या हट जाएगी, तो वहीं कुछ दूसरी राशि पर वह शुरू हो जाएगी।
लिहाजा उन राशि वाले लोगों को सतर्क रहना चाहिए, जिन पर शनि की साढ़े साती या ढैय्या का साया है या फिर आने वाला है। इसलिए इन्हें बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। वहीं धनु पर चल रही साढ़ेसाती और मिथुन व तुला राशि पर चल ढैय्या समाप्त हो जाएगी, जिससे इन्हें काफी राहत मिलेगी।
# शनि की साढ़े साती या ढैय्या के दौरान कदापि न करें ये-ये काम
वैसे तो किसी भी व्यक्ति को कभी भी कोई बुरे काम नहीं करना चाहिए। खासतौर पर वो काम नहीं करने चाहिए जो शनि देव को बेहद नाराज कर देते हैं। खासकर यदि शनि की साढ़े साती और ढैय्या चल रही हो तब तो शनि देव को नाराज करने वाले काम कतई नहीं करने चाहिए। इसलिए आइए यहां पर जानते हैं कि वो कौन-कौन से काम हैं, जो शनिदेव को काफी नाराज कर देते हैं, क्योंकि शनि न्याय के देवता हैं और कर्मों के अनुसार ही हर व्यक्ति को वाजिब फल देते हैं। सम्बन्धित काम इस प्रकार हैं-
पहला, जिन लोगों पर शनि की साढ़े साती या ढैय्या चल रही हो, उन्हें गलती से भी नॉनवेज और शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे शनिदेव नाराज होते हैं।
दूसरा, आप साढ़े साती और ढैय्या के दौरान किसी भी कुत्ते को नहीं सताएं और ना ही उन्हें मारें-पीटें, बल्कि कुत्ते को भोजन दें और उसकी सेवा करें। इससे शनिदेव प्रसन्न होंगे।
तीसरा, किसी भी गरीब, लाचार व असहाय और मेहनतकश व्यक्तियों को नहीं सताएं और ना ही उनका अपमान करें। अपने बुजुर्गों-महिलाओं का भी सम्मान करें। अन्यथा शनिदेव कुपित हो जाएंगे।
चतुर्थ, शनिवार के दिन काले कपड़े, जूते, तेल कदापि नहीं खरीदें और ना ही काले कपड़े पहनें। इस दिन नाखून-बाल भी नहीं काटें। यदि आपको शनिवार के दिन तेल का छाया दान करना है तो उसे पहले ही खरीद लें। अन्यथा क्षति होगी।